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Chhapiheda(Rajgarh,m.p.):- Shiv jayanti program celebrated at Chhapiheda.

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 मध्य प्रदेश के छापीहेड़ा नगर में शिव जयंती कार्यक्रम का आयोजन किया गया
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी विश्वविद्यालय में 86 वां शिव जयंती कार्यक्रम बड़े ही धूमधाम से मनाया गया ।
 इस अवसर पर राजगढ़ जिला प्रभारी ब्रम्हाकुमारी मधु , खिलचीपुर विधायक प्रियव्रत सिंह  खींची ,युवा कांग्रेस जिलाअध्यक्ष हेमेंद्र सिंह, सांसद प्रतिनिधि बद्री लाल रजक, मंडल महामंत्री स्वदेश शर्मा रूप से उपस्थित रहे।
1. सभी अतिथियों ने शिवरात्रि के अवसर पर अपने-अपने शुभकामनाएं दी।
2.  राजगढ़ सेवा केंद्र संचालिका ब्रम्हाकुमारी मधु ने शिवरात्रि का आध्यात्मिक रहस्य बताते हुए कहा कि वर्तमान समय परमात्मा स्वयं धरा पर आकर हमसे काम, क्रोध ,लोभ, मोह एवं अहंकार रूपी विकारों की मांग करते हैं| उन्होंने बताया कि भगवान शिव पर अक, धतूरे जैसी विषैली चीजों के स्थान पर स्वयं के अंदर की बुराइयों को अर्पण कर जागृति लाना ही सच्ची शिवरात्रि मनाना है। बीके मधु ने भगवान के अवतरण को स्पष्ट करते हुए कहा कि भगवान शिव को स्वयंभू कहते हैं| स्वयंभू अर्थात् जो स्वयं इस भूमि पर अवतरित होते हैं और वह अब अवतरित भी हो चुके हैं, उनको अवतरित हुए 86 वर्ष हो चुके हैं| चारों युग में एक बार ही इस सृष्टि पर परमात्मा का अवतरण होता है| जब धरती पर आसुरीता का बोलबाला हो जाता है। इस अवसर शिवरात्रि पर चढ़ाए जाने वाले बेलपत्र ,बोर , प्रसाद के रूप में ग्रहण की जाने वाली भांग के विषय में बताते हुए कहा कि “परमात्मा शिव निराकार है व तीन देवताओं के रचयिता ब्रह्मा ,विष्णु ,शंकर इसलिए उनके ऊपर तीन पत्ते वाली बेलपत्र चढ़ाई जाती है। व हमें अपने अंदर का वैर, विरोध, दुश्मनी खत्म करना है यह है उनके ऊपर चढ़ाने है । हमें ईश्वरीय नशे में रहना है ना कि भांग के नशे में। परमात्मा शिव ज्योति स्वरूप है उनके सारे नाम गुणवाचक और कर्तव्य वाचक है । जैसे महाकालेश्वर अर्थात् परमात्मा जब आते हैं तो हम सभी को अपने साथ अपने परमधाम लेकर जाते हैं । इसलिए उन्हें महाकालेश्वर कहा जाता है । उन्हें पशुपतिनाथ कहा जाता है क्योंकि वह हमें पाश अर्थात बंधन से छुड़ाते हैं।
3.ब्रह्माकुमारी मधु ने सभी अतिथियों को ईश्वरीय सौगात भैंटकर  सम्मानित किया।
4. ब्रम्हाकुमारी सीमा एवं ब्रम्हाकुमारी अनीता ने सभी अतिथियों का तिलक ,पुष्प एवं अंग वस्त्रों के द्वारा स्वागत किया।
5. कुमारी वैशाली गुप्ता ने संस्था के परिचय से सभी को अवगत कराया ।
6. कुमारी उमा , कुमारी नेहा ने डांस प्रस्तुति के द्वारा सभी अतिथियों का स्वागत किया ।
7. ब्रह्मा कुमारी अनिता ने सभी अतिथियों का शब्दो के द्वारा स्वागत किया।
8. बच्चों ने शिव-शंकर का अंतर स्पष्ट करने वाला ड्रामा सभी के बीच प्रस्तुत किया ।
9. सभी ने मिलकर शिव ध्वजारोहण किया
10. ब्रम्हाकुमारी सुरेखा ने सभी को प्रतिज्ञा कराई कि हम स्वयं के अंदर की बुराइयों को शिव के ऊपर अर्पण कर  सच्ची सच्ची शिवरात्रि मनाएंगे।
11. छापीहेड़ा सेवा केंद्र  संचालिका ब्रह्माकुमारी सीमा ने सभी को परमात्मा अनुभूति कराई ।
 12.दीप प्रज्वलन के द्वारा  कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया ।
13.संतोष सोनी ने सभी का आभार व्यक्त किया ।
14.महेश गुप्ता ने कार्यक्रम का कुशल संचालन किया ।
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Brahmakumaris Rajgarh

88 वीं महाशिवरात्रि महोत्सव पर्व राजगढ मध्य प्रदेश -2024

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प्रेस विज्ञप्ति

खुशी महोत्सव, परायण चौक राजगढ़ ,दिनांक 5 मार्च 2024
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय
की ओर से पारायण चौक मेंन मार्केट राजगढ़ में महाशिवरात्रि महोत्सव के अंतर्गत चार दिवसीय द्वादश ज्योतिर्लिं झांकी एवं जीवन को खुशियों से संपन्न बनाने के लिए
*सुख को जीवन में आने का अवसर दो* ….. विषय पर तीन दिवसीय प्रवचन मला रात्री 8 से 10 तक रखी गई। ब्रम्हाकुमारी सुरेखा बहन ने प्रवचन के पहले दिन खुश रहने की विधिया बताई। उन्होंने कहा कि हमें यह अमूल्य जीवन एक लक्ष्य के साथ जीना चाहिए। क्योंकि जो लोग एक मकसद के साथ आगे बढ़ते हैं वह जिंदगी मे आने वाली परिस्थितियों से कभी हारते नहीं लेकिन उन्होंने खेल समझकर के आगे बढ़ते हैं आगे बढ़ाने के लिए निरंतर गतिशील रहना चाहिए। समारोह में गुब्बारे उड़ाकर सभी ने अपनी खुशी का इजहार किया, धूमधाम से खुशियों का महोत्सव मनाया।
उन्होंने बताया कि खुशी जैसा खजाना नहीं। खुशी जैसी खुराक नहीं और चिंता जैसा रोग नहीं। जिसका मन खुश रहता है उसकी बुद्धि शांत व स्थिर रहती है। खुशी परमात्मा के द्वारा दिया गया उपहार है, इच्छुक व्यक्ति इसे नि:शुल्क प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन लाखों रुपये देकर भी इसे खरीदा नहीं जा सकता। उन्होने खुश रहने के नुस्खे बताते हुए कहा कि खुश रहने के लिए सदैव वर्तमान में जीए। तनाव का सबसे बड़ा कारण ही है कि अक्सर करके मनुष्य या तो भूतकाल में जीता है या भविष्य की चिंता में रहता है। वर्तमान में कम जीते हैं । अन्त में सभी से खुश रहने का संकल्प कराया। इस अवसर राजेंद्र जोशी काका समाजसेवी प्रताप सिंह सिसोदिया, आरसी शर्मा, शिवनारायण मौर्य ब्रह्मा कुमारीज की जिला प्रभारी ब्रह्माकुमारी मधु दीदी सहित सेवाकेंद्र की बहने व बड़ी संख्या में शहर के एवं संस्था से जुड़े सदस्य उपस्थित रहे।

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Rishab hospital inauguration at “lasuldi maharaj” Rajgarh (m.p.) 2023

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मधु दीदी’ विधायक रामचंद्र दांगी अन्य गणमान्य जन  रिबन काट ऋषभ हॉस्पिटल का उद्घाटन करते हुए

डॉ रामेश्वर दांगी को ईश्वरी सौगात देते हुए ब्रम्हाकुमारी मधु दीदी ब्रम्हाकुमारी लक्ष्मी दीदी विधायक श्री रामचंद्र दांगी जी एवं अन्य गणमान्य जन।

ब्यावरा ( राजगढ़) में
‌ *रिषभ हेल्थ हॉस्पिटल* के शुभारंभ पर ब्रह्माकुमारी दीदियों को मुख्य रूप से आमंत्रित किया गया । जिला प्रभारी आदरणीय मधु दीदी जी के द्वारा रिबन काटकर उद्घाटन किया गया। जिसमें विधायक रामचंद्र दांगी , वरिष्ठ डॉ भारत वर्मा , डॉ रामेश्वर दांगी , दांगी समाज के जिलाध्यक्ष रामबांस दांगी , स्थानीय सेवा केंद्र की संचालिका ब्रह्माकुमारी लक्ष्मी दीदी , तेजस्वी दीदी , सुरेखा दीदी ईश्वरीय परिवार के वरिष्ठ सदस्य भ्राता अरविंद सक्सेना जी , अंत में आदरणीय मधु दीदी जी ने सभी को परमात्मा संदेश देकर शुभकामनाएं दी और डॉ रामेश्वर दांगी जी को ईश्वरीय सौगात भेंट की , इस अवसर पर बड़ी संख्या में गणमान्य उपस्थित रहे

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Brahmakumaris Rajgarh

Chhapiheda,m.p.:-15 August and Rakhi celibration.

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75 वीं आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत घर-घर तिरंगा अभियान एवं पावन रक्षाबंधन पर्व पर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय छापीहेड़ा के द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसका उद्घाटन दीप जलाकर किया गया।
जिसमें मुख्य रुप से नगर के नवनिर्वाचित अध्यक्ष प्रवीण विसालिया , पार्षद राज राजेश जी के सिवा ईश्वर जी तंवर ,बद्रीलाल जी रजक, नीरज सेठिया ,शकील मंसूरी जी, बालचंद दांगी, डॉक्टर ओम प्रकाश पाटीदार, डॉक्टर मोहित गुप्ता,ब्रम्हाकुमारी जिला प्रभारी मधु दीदी जी, स्थानीय सेवा केंद्र संचालिका ब्रह्माकुमारी सीमा, उपस्थित रहे।
रक्षाबंधन का अध्यात्मिक रहस्य बताते हुए ब्रह्माकुमारी मधु ने कहा कि रक्षाबंधन का पर्व बहुत महान है । आज मनुष्य इसके महत्व को भूल चुका है सिर्फ रस्में बनकर के रह गई है । आज मनुष्य तन की रक्षा, मन की रक्षा , धन की रक्षा , संबंधों की रक्षा चाहता है परंतु मनुष्य मनुष्य की रक्षा नहीं कर सकता । शास्त्रों में दिखाते हैं कि जब द्रोपती की लाज आन पड़ी तब स्वयं श्री कृष्ण ने रक्षा की थी। एक परमपिता परमात्मा के साथ मन बुद्धि जोड़ने से पवित्र बंधन बांधने से वहीं हमारी रक्षा करता है। गीता में परमात्मा ने कहा है मनुष्य स्वयं का मित्र और स्वयं का शत्रु होता है। स्वतंत्रता दिवस के विषय में बताते हुए कहा की देश आजाद तो हो गया है परंतु हमे स्वयं को बुराइयों के बंधन से मुक्त करना है।तब ही sacchi स्वतंत्रता मानी जायेगी। इस अवसर पर मंच पर उपस्थित सभी अतिथियों ने रक्षाबंधन के पावन पर्व की शुभकामनाएं दी ।इसके पश्चात ध्वज फहराया गया । सभी अतिथियों को ईश्वरीय सौगात भेंट कर सम्मानित किया गया। सभी को ईश्वरीय रक्षासूत्र बांधा गया एवं ईश्वरीय वरदान दिए गए ।

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Brahma Kumaris Rajgarh Biaora